1 राजस्थान में लोक देवता और संतोंकी जन्म एवं कर्म स्थली के लिए प्रसिध्द है – नागौर > नागौर की वीर और भक्ति रस के संगम स्थल के रूप में भी जाना जाता है 2 तेजाजी का विवाह कहां के नरेश की पुत्री से हुआ था -पनेर (अजमेर) > तेजाजी का विवाह पनेर नरेश रामचन्द की पुत्री पैमल से हुआ था 3 लोक देवता की राज्य क्रांति का जनक माना जाता है देवनारायण जी >देवमाली-आसींद के पास देवनारायण का प्रमुख तीर्थ स्थल है 4 चौबीस बाणियां किस लोकदेवता से संवंधित पुस्तक/ ग्रन्थ है -रामदेवजी >रामदेवजी का वाहन नीला घोङा था, रामदेवरा में रामदेवजी का मेला लगता है 5 संत रैदास किसके शिष्यथे संत रामानन्द जी के >संत रैदास मीरां के गुरू थे 6 कौन से संत राजस्थान के न्रसिंह के नाम से जाने जाते हे -भक्त कवि दुर्लभ जी > कवि बागङ क्षेत्र के संत है 7 संत रज्जनबजी की प्रधान गद्दी है सांगानेर में >संत रज्जबती भी संत दादूजी के शिष्य थे, जीवन भर दूल्हे के वेश में रहने वाले संत रज्जब ही थे 8 लोक संत पीपाली की गुफा किस जिले में है -झालावाङ में >राजस्थान के लोक संत पीपाजी का विशाल मेला समदङी ग्राम में लगता है 9 मेव जाति से संबंध वाले संत है लालदासजी >लालदास जी सम्प्रदाय केप्रवर्तक लालदास जी ही है 10 भौमिया जी को किस रूम में जाना जाता है -भूमि के रक्षक >संत धन्ना राजस्थान में टोंक जिले के धुवन में हुआ था 11 राजस्थान में बरसात का लोक देवता निम्नलिखितमें से किस देवताको माना जाता है -मामा देव >मांगलियों के इष्ट देवत मेहाजी है, 12 संत जसनाथजी का जन्म किस जिले में हुआ था -बीकानेर >जसनाथी सम्प्रदाय के कुल 36 नियम है 13 दादूपंथी सम्प्रदाय की प्रमुख गद्दी स्थित है -नरैना (जयपुर) में >दादूदयाल का जन्म गुजरात में हुआ था 14 किस लोक देवता कामङिया पंथ की स्थापना की थी बाबा रामदेवजी ने > रामदेवजी जाति प्रथा का विराध करते थे, बाबा रामदेव का जन्म बाङमेर जिले की शिव तहसील में उण्डू -कश्मीर गांव में हुआ था 15 किस लोक देवता को जाहिरपीर के नाम से जाना जाता है -गोगाजी को >गोगाजी को मुस्ल्मि सम्प्रदाय केलोग गोगा पीर कहते है, इन्हें राजस्थान में पंचपीरों में गिना जाता है, गोगामेङी हनुमानगढ मेला भरता है 16 वीर बग्गाजी का जन्म किस जिले में हुआ था -बीकानेर में >बीर बग्गाजी का जन्म बीकानेर जिले के जांगलू गांव में हुआ था 17 आलमजी की राजस्थान के किस में लोकदेवता के रूप में पूजा जाता है –बाङमेर में > आलमजी को बाङमेर जिले के मालाणी प्रदेश में राङधराक्षेत्र में लोक देवता के रूप में पूजा जाता है |